Thursday, 15 February 2018

Yade

याद आकर रोज रातों को मुझे जगाया मत कर,
रोतें हैं जाने के बाद तेरे,इतना मुझे हँसाया मत कर ।

तेरे होने से आसमान में उड़ती है उम्मीदें मेरी,
होकर खफा इन्हें जमीन पे गिराया मत कर,
याद आकर रोज रातों को मुझे जगाया मत कर ।

तुझे भनक तक नही है हमारे दर्द की
यूं घाव कुरेतकर फिर मलहम लगाया मत कर,
याद आकर रोज रातों को मुझे जगाया मत कर ।

स्कूल के दिन

ऐ मेरे स्कूल मुझे, जरा फिर से तो बुलाना.. कमीज के बटन ऊपर नीचे लगाना, वो अपने बाल खुद न काढ़ पाना, पी टी शूज को चाक से चमकाना, वो ...