Wednesday, 22 June 2016

घर

सपनों में होता है घर
या फिर
घर ही होता है
खुद एक सपना।

शुक्र है खुदा का 
कि सपनों में 
महज आकाँक्षा होती है
अवरोध नही,
तभी तो 
बना लेता हूँ मैं
सपनों में 
अतल
अटल
विराट महल।

गर सपने न होते
मैं जरूर बेघर होता।

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